- मथुरा। (सुनील शर्मा) राम लला हम आयेंगे मंदिर वहीं बनायेंगे इस नारे के साथ न जाने कितने राम भक्त हर शहर के हर गली हर मौहल्ले से निकले और सभी अयोध्या की ओर कूच करना चाहते थे। मगर सभी अयोध्या नहीं पहुंच सके थे। हजारों वर्षों के तमाम संघर्ष के वाद आखिर वह समय आ ही गया जब 5 अगस्त 2020 को जिस दिन श्रीराम मंदिर की आधार शिला रखी जायेगी। कितने आन्दोलन कितनी यात्राएं हुईं इसी क्रम में एक यात्रा 1992 में शुरू की गयी थी। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी की अगुवाई में शुरू हुई थी यह यात्रा उनके साथ चल रहे तत्कालीन संगठन मंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के पूर्व उर्जा राज्यमंत्री व वर्तमान उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड के प्रमुख रविकान्त गर्ग ने बताया कि यह यात्रा कश्मीर से आर्टिकल 370 को खत्म करने के लिए निकाली गई तिरंगा यात्रा के रूप में कन्याकुमारी से कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा पहराने के लिए निकाली गयी थी।
- उस समय मोदी जी ने उत्तर दिया था कि जब मंदिर बनेगा तब आऊंगा
- तीनों लोग हजारों किलोमीटर की यात्रा करने के वाद अयोध्या पहुंचे और रामलला के दर्शन करने के वाद अयोध्या की भूमि पर उसी परिसर में यह फोटो किसी फोटोग्राफर ने खींचा था। उस समय किसी ने मोदी जी से पूछा था कि फिर कब दर्शन करने के लिए आयेंगे। उस समय मोदी जी ने उत्तर दिया था कि जब मंदिर बनेगा तब आऊंगा।
- आज वही अयोध्या नगरी में रामजन्मभूमि पर राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां जोरो पर हैं। 5 अगस्त को प्रधाननंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। यह दूसरा मौका होगा जब नरेंद्र मोदी रामलला के दर्शन करेंगे।
- इससे पहले 1992 में भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी की अगुवाई में कश्मीर से आर्टिकल 370 की खत्म करने के लिए निकाली गई तिरंगा यात्रा के संयोजक रूप में अयोध्या आए थे। तब रामलाल के दर्शन करने के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अब राम मंदिर बनने पर अयोध्या आएंगे। मोदी की कही वो बात सच होने जा रही है।
- जानिए क्या हुआ था 18 जनवरी 1992 को अयोध्या में
- 18 जनवरी 1992 को जब नरेंद्र मोदी अयोध्या आए थे और रामलला के दर्शन किए थे। तब कन्याकुमारी से शुरू हुई यह तिरंगा यात्रा मुरली मनोहर जोशी और नरेंद्र मोदी के साथ कई दर्जन बसों एवं अन्य वाहनों के साथ भगवान राम की नगरी में पहुंचे थे। यहां यात्रा का पड़ाव पहले से तय था। अगले दिन फैजाबाद शहर के जीआइसी मैदान में सभा थी, जिसे जोशी के अलावा मोदी ने भी संबोधित किया था। सभा से पूर्व नरेंद्र मोदी ने डॉ. जोशी के साथ रामलला का दर्शन भी किये थे। उस समय मथुरा के विधायक रविकान्त गर्ग भी साथ चल रहे थे।
- फोटोग्राफर महेंद्र त्रिपाठी ने यह फोटो उस समय खींचा था, संयोग ही था कि नरेन्द्र मोदी फोटो में आ गए और दोनों के बीच में मथुरा के विधायक रविकान्त गर्ग भी दिखाई दे रहे हैं।
- मुरली मनोहर जोशी का फोटो खींचना चाहा था, नरेंद्र मोदी भी साथ थे और फोटो में आ गये
- राम लला के दर्शन करने के उपरान्त स्थानीय पत्रकार महेंद्र त्रिपाठी ने मुरली मनोहर जोशी का फोटो खींचना चाहा था, उस समय उनके साथ नरेंद्र मोदी भी थे, उस समय मोदी भाजपा के राष्ट्रीय स्तर पर उभरते नेता थे और संगठन मंत्री का कार्यभार देख रहे थे। आज वही फोटो मोदी के रुतबे के साथ तमाम टीवी चेनलों की खबरों की सुर्खियां बटोर रहा है। आज के समय यह तस्वीर महत्वपूर्ण हो गई।
- इस महत्वपूर्ण फोटो का हिस्सा बने मथुरा के पूर्व विधायक व तत्कालीन पूर्व उर्जा राज्यमंत्री रविकान्त गर्ग
- इस यात्रा में साथ चल रहे तथा इस महत्वपूर्ण फोटो का हिस्सा बने मथुरा के पूर्व विधायक व तत्कालीन पूर्व उर्जा राज्यमंत्री रविकान्त जी ने बताया कि मुझे उस समय की पूरी घटना याद है। उन्होंने लखनऊ से फोन पर बताया कि उस समय रास्ते भर रामजन्म भूमि व मंदिर निर्माण के सम्बन्ध में मोदी जी जोशी जी और मैं चर्चा करते थे। इतनी लम्बी यात्रा में रामजन्म भूमि आन्दोलन से सम्बन्धित वातें हुईं थीं।
- रविकान्त जी ने बताया कि आन्दोलन में मेरा भी काफी योगदान रहा है तथा मेने काफी संघर्ष किया है। मैं मथुरा से भाजपा का एमएलए रहते हुए देश में सर्वाधिक मुकदमे मुझ पर लगे थे विभिन्न थानों में लगभग 27 मुकदमे दर्ज हुए थे। मथुरा के सभी थानों में भी रामजन्म भूमि मुक्ति आन्दोलन के अगुवा संत वामदेव जी के साथ यात्रा की थीं जिसमें अलीगढ़ हाथरस समेत कई जिलों से मुकदमे दर्ज किये गये थे।
- पूरी यात्रा के दौरान आपकी मोदी जी से क्या कुछ खास चर्चा हुई
- इतनी लम्बी दूरी की यात्रा के समय आपस में वातें करते हुए चल रहे थे तभी मेदी जी ने कहा था कि आप पर तो सर्वाधिक मुकदमे लगे हैं। श्री गर्ग ने बताया कि रामजन्म भूमि आन्दोलन में करीव 36 दिन की जेल हुई थी तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी सबसे पहले गिरफ्तार किये गये थे। वह करीव 33 दिन जेल में रहे थे और मैं 36 दिन एटा जेल में मैं रहा था।
- विवादित ढांचे पर उस समय चढ़ने वालों में मथुरा के कई लोग थे
- पूर्व मंत्री रविकान्त गर्ग जी ने बताया कि रामजन्म भूमि आन्दोलन में मथुरा से कई लोग उस समय जेल गये थे। वावरी विध्वंस में मथुरा से विजय बहादुर सिंह व कई लोग जेल गये थे विवादित ढांचे पर उस समय चढ़ने वालों में मथुरा के कई लोग थे। विजय बहादुर पर तो मुकदमा भी चल रहा है, मुझ पर भी मुकदमा चलाया गया था। मैं क्यों कि उस समय मंत्री था।
- मैं उस समय की सभी घटनाओं का साक्षी बना था- रविकान्त गर्ग
- वावरी विध्वंस की जब वहां से खबरें आ रही थीं कि गुम्बज पर कारसेवक चढ़ गये हैं, मैं उस मुख्यमंत्री आवास पर कल्याण सिंह जी के साथ था। मुख्यमंत्री आवास की छत्त पर चक्कर काट रहे थे, परेशान थे और छत्त पर इधर से उधर घूम रहे थे। बरावर मुख्यमंत्री आवास के फोन की घन्टी बज रही थीं पूरी घटना को फोन पर बताया जा रहा था। मैं उस समय की सभी घटनाओं का साक्षी बना था। 67 एकड़ भूमि का अधिग्रहण हुआ और फिर 2.67 एकड़ का भी अधिग्रहण किया गया था। उस समय लालजी टन्डन जी का योगदान बहुत था। वह उर्जा मंत्री थे मैं उर्जा राज्यमंत्री था मेरे उनसे पारिवारिक सम्बन्ध थे। हम उन बैठकों की हर गतिबिधियों को देखा व उनमें शामिल होते थे।
- क्या आप 5 अगस्त को अयोध्या जायेंगे
- नृत्य गोपाल दास जी का फोन आया था कि ‘‘आ नहीं रहे हो हमारे साथ रहना है’’ नृत्य गोपाल दास जी अध्यक्ष हैं जब उन्होंने कहा है जाने के लिए बुलाया है तो मैं लिस्ट में नाम होगा तो जरूर जाऊगा।
- मोदी जी से कुछ खास वातें हुईं क्या वो बताईये
- रविकान्त जी ने कहा कि 30 वर्ष पुरानी वात है इतना स्मरण भी नहीं है कि कन्या कुमारी से साथ चले तो बहुत सारी सभाओं में तथा गाड़ी में तमाम बाते हुई थीं। मोदी जी ने उस समय बहुत प्रशन्सा की थी। और कहा था कि आप काफी जुझारू हैं और आपने बहुत काम किया है।
- रामलला से प्रधानमंत्री का लगाव रहा है, वह हमेशा ही राममंदिर निमार्ण के लिए चिन्तित रहे
- आज मोदी जी के सवा दशक तक मुख्यमंत्री और 2014 से प्रधानमंत्री बनने के साथ यह तस्वीर और खास हो गयी। 1992 में अनौपचारिक बातचीत में मोदी जी ने अगली बार आने के सवाल पर कहा था, वे राममंदिर निर्माण के समय आएंगे और अब यह सच होने जा रहा है। मथुरा से प्रदेश के पूर्व उर्जा राज्यमंत्री रविकान्त गर्ग कहते हैं कि रामलला से प्रधानमंत्री का लगाव रहा है। वह हमेशा ही राममंदिर निमार्ण के लिए चिन्तित रहे और आज वह शुभदिन आ गया जब श्रीराम मंदिर आन्दोलन से जुडे़ तमाम राम भक्त जो आज हमारे बीच नहीं हैं व तमाम वह नेता और आन्दोलन के प्रमुख संत भी जो आज हमारे बीच नहीं हैं उनकी आत्मा निश्चित रूप से आनन्दित होगी। कि श्रीराम का भव्य मंदिर मंदिर बनने का रास्ता अब सुगम हो गया है। और जल्द ही भव्य राममंदिर का निमार्ण शुरू हो सकेगा।
- - मथुरा से सुनील शर्मा
शनिवार, 1 अगस्त 2020
महत्वपूर्ण फोटो का हिस्सा बने नरेन्द्र मोदी व मथुरा से प्रदेश के पूर्व उर्जा राज्यमंत्री रविकान्त गर्ग
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